mir-o-ghalib
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Spiritual Science
Sunday, September 30, 2012
पूछ मत कितनी मशक़्क़त चाहिए
इक ज़रा सा मुस्कुराने के लिए
एक मुद्दत से लगा हूँ दोस्तो
नींद से ख़ुद को जगाने के लिए
-डॉ कुमार विनोद
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