Sunday, April 21, 2013

जहाँ में अहले-ईमाँ, सूरते ख़ुरशीद जीते हैं,
इधर डूबे उधर निकले, उधर डूबे इधर निकले।
-अल्लामा इक़बाल

[(अहले-ईमाँ = ईमान वाले लोग, सच्चे लोग), (सूरते ख़ुरशीद - सूरज की तरह)]

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