mir-o-ghalib
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Spiritual Science
Tuesday, May 14, 2013
जो दरो-बाम की ज़ीनत है उन्हीं से मिलिये,
मैं तो बुनियाद का पत्थर हूँ नज़र क्या आऊँ।
-मुनव्वर राना
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