लश्कर भी तुम्हारा है सरदार तुम्हारा है
तुम झूठ को सच लिख दो, अखबार तुम्हारा है
हम इसकी शिकायत करते तो कहाँ करते
सरकार तुम्हारी है दरबार तुम्हारा है
-शायर: नामालूम
तुम झूठ को सच लिख दो, अखबार तुम्हारा है
हम इसकी शिकायत करते तो कहाँ करते
सरकार तुम्हारी है दरबार तुम्हारा है
-शायर: नामालूम
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