Saturday, December 7, 2013

किसी मजलूम की आँखों से देखा
तो ये दुनिया नज़र आई बहुत है

तुझी को आँख भर कर देख पाऊं
मुझे बस इतनी बिनाई बहुत

नहीं चलने लगी यूँ मेरे पीछे
ये दुनिया मैंने ठुकराई बहुत है
-वसीम बरेलवी
-

No comments:

Post a Comment