mir-o-ghalib
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Spiritual Science
Thursday, November 13, 2014
इक चाँद फ़लक पर है, इक बाम पे निकला है
दिल इक में बसा जाए, इक दिल में बसा जाए
-ओवैद आज़म आज़मी
(फ़लक = आसमान),
(बाम = छत)
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