Friday, May 1, 2015

क्या तेरी औकात बता

क्या तेरी औकात बता
तू मत अपनी ज़ात बता

अपने बीच हुआ जो भी
खुल कर पूरी बात बता

दुनियां आदर देगी पर
मत खुद को सुकरात बता

लिखना केवल सच को सच
दिन को तो मत रात बता

हमको भी कुछ कहना है
तू अपने जज़्बात बता

मेरी जफ़ा का ज़िक्र तो कर
तू ने की जो घात बता

मेरा तो रब मालिक है
कुछ अपने हालात बता

-आर० सी० शर्मा "आरसी"

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