मैं तो निभा रहा हूँ तअल्लुक़ ज़मीं के साथ
खिलना न खिलना ये मेरे काबू में नहीं है
मलबे हैं, तलातुम है, ज़िन्दगी है, नमक है
सागर में ऐसा क्या है जो आँसू में नहीं है
(तअल्लुक़ = सम्बन्ध, लगाव), (तलातुम = तूफ़ान)
-नामालूम
खिलना न खिलना ये मेरे काबू में नहीं है
मलबे हैं, तलातुम है, ज़िन्दगी है, नमक है
सागर में ऐसा क्या है जो आँसू में नहीं है
(तअल्लुक़ = सम्बन्ध, लगाव), (तलातुम = तूफ़ान)
-नामालूम
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