Saturday, November 5, 2016

झील का बस एक कतरा ले गया

झील का बस एक कतरा ले गया
क्या हुआ जो चैन दिल का ले गया

मुझसे जल्दी हारकर मेरा हरीफ़
जीतने का लुत्फ़ सारा ले गया

(हरीफ़ = प्रतिद्वन्दी)

एक उड़ती सी नज़र डाली थी बस
वो न जाने मुझसे क्या -क्या ले गया

देखते ही रह गये तूफान सब
खुशबुओं का लुत्फ़ झोंका ले गया

-हस्तीमल 'हस्ती'

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