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Spiritual Science
Friday, August 4, 2017
बिखरे जज़्बात से चुनता हूँ अपने लफ़्ज़ों को
काश अलफ़ाज़ मेरे फिर तुम्हे तामीर करें
-अश्वनी त्यागी 'अरमान'
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