Thursday, January 31, 2019

फ़ना होने में सोज़-ए-शम'अ की मिन्नत-कशी कैसी
जले जो आग में अपनी उसे परवाना कहते हैं
-मुंशी नौबत राय नज़र लखनवी

(सोज़-ए-शम'अ = शमा की आग )

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