Friday, February 1, 2019

रास्ता सोचते रहने से किधर बनता है
सर में सौदा हो तो दीवार में दर बनता है
-जलील 'आली'

(सौदा = दीवानगी, जुनून, पागलपन), (दर = दरवाज़ा)

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