Friday, June 28, 2019

ऐसे लम्हे भी तो आते हैं के काटे न कटें
और कभी साल भी पल भर में गुज़र जाते हैं

हम मरेंगे तो किसी बात की ख़ातिर, वरना
लोग मरने को तो बिन बात ही मर जाते हैं

-राजकुमार "क़ैस"

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