Sunday, July 7, 2019

जवानी ज़िंदगानी है, न तुम समझे, न हम समझे

जवानी ज़िंदगानी है, न तुम समझे, न हम समझे
ये इक ऐसी कहानी है, न तुम समझे, न हम समझे

हमारे और तुम्हारे वास्ते में, इक नया-पन था
मगर दुनिया पुरानी है, न तुम समझे, न हम समझे

अयाँ कर दी हर इक पर हम ने ,अपनी दास्तान-ए-दिल
ये किस किस से छुपानी है, न तुम समझे, न हम समझे

(अयाँ = स्पष्ट, ज़ाहिर)

जहाँ दो दिल मिले दुनिया ने, काँटे बो दिए अक्सर
यही अपनी कहानी है, न तुम समझे, न हम समझे

मोहब्बत हम ने तुम ने एक वक़्ती चीज़ समझी थी
मोहब्बत जावेदानी है, न तुम समझे, न हम समझे

(जावेदानी = अनंत काल, शाश्वतता)

गुज़ारी है जवानी रूठने में, और मनाने में
घड़ी-भर की जवानी है, न तुम समझे, न हम समझे

- सबा अकबराबादी

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