Thursday, August 1, 2019

ढूंढता है ज़मीन में प्यारे

ढूंढता है ज़मीन में प्यारे
सांप हैं आस्तीन में प्यारे।

मैं न मंदिर में हूँ न मस्ज़िद में
मैं हूँ तेरे यक़ीन में प्यारे।

मैं मुहब्बत के लफ्ज़ में हूँ बस
हूँ वफ़ा में मैं दीन में प्यारे।

(दीन = पंथ, मत, धर्म)

उसकी आदत है मेरे ढूंढेगा
ऐब वो खुर्दबीन में प्यारे।

(खुर्दबीन = Microscope)

उसको मालूम है कि नाटक में
किसको मरना है सीन में प्यारे।

ज़िन्दगी कट रही है रफ़्ता रफ़्ता
वक़्त की इस मशीन में प्यारे।

(रफ़्ता रफ़्ता = धीरे धीरे)

- विकास वाहिद
३१/०७/२०१९


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