फ़िक्रमंद रहा ताउम्र, के अब लिखूं की तब
मंदी का दौर है के लफ़्ज़ गुज़रते नहीं
(लफ़्ज़ = शब्द)
या उन्स का मौसम है चौखट पे खड़ा
के बात ना हो जब तलक़ दिन गुज़रते नहीं
(उन्स = प्यार, प्रेम)
-रूपा भाटी
मंदी का दौर है के लफ़्ज़ गुज़रते नहीं
(लफ़्ज़ = शब्द)
या उन्स का मौसम है चौखट पे खड़ा
के बात ना हो जब तलक़ दिन गुज़रते नहीं
(उन्स = प्यार, प्रेम)
-रूपा भाटी
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