दर्द में आपने कमी कर दी
अपनी यादें जो अजनबी कर दी ।
आँखभर इश्क का समंदर था
रूठकर कैसी तिश्नगी कर दी ।
(तिश्नगी = प्यास)
मामला घर में ही सुलझ जाता
बात छोटी सी थी, बड़ी कर दी ।
फैसला जब दिया तो मक़्तल में
जान आफ़त में थी, बरी कर दी ।
(मक़्तल = वह स्थान जहाँ लोग क़त्ल किये जाते हों, वधस्थल)
और क्या देंगे मुफ़लिसी में उन्हें
नाम जिनके ये ज़िन्दगी कर दी ।
(मुफ़लिसी = गरीबी)
-आशीष नैथानी 'सलिल'
अपनी यादें जो अजनबी कर दी ।
आँखभर इश्क का समंदर था
रूठकर कैसी तिश्नगी कर दी ।
(तिश्नगी = प्यास)
मामला घर में ही सुलझ जाता
बात छोटी सी थी, बड़ी कर दी ।
फैसला जब दिया तो मक़्तल में
जान आफ़त में थी, बरी कर दी ।
(मक़्तल = वह स्थान जहाँ लोग क़त्ल किये जाते हों, वधस्थल)
और क्या देंगे मुफ़लिसी में उन्हें
नाम जिनके ये ज़िन्दगी कर दी ।
(मुफ़लिसी = गरीबी)
-आशीष नैथानी 'सलिल'
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