Friday, October 24, 2014

यूँ तो एक उम्र साथ साथ हुई

यूँ तो एक उम्र साथ-साथ हुई
जिस्म की रूह से न बात हुई

क्यों ख़यालों मे रोज़ आते हैं
इक मुलाक़ात जिनके साथ हुई

कितना सोचा था दिल लगाएँगे
सोचते-सोचते हयात हुई

(हयात = जीवन, ज़िन्दगी)

लाख ताक़ीद हुस्न करता रहा
इश्क़ से ख़ाक एहतियात हुई

(ताक़ीद = जोर के साथ किसी बात की आज्ञा या अनुरोध, ख़ूब चेताकर कही हुई बात), (एहतियात = सतर्कता, सचेत रहने की क्रिया)

इक फ़क़त वस्ल का न वक़्त हुआ
दिन हुआ रोज, रोज़ रात हुई

(वस्ल = मिलन)

क्या बताएँ बिसात ज़र्रे की
ज़र्रे-ज़र्रे से कायनात हुई

(बिसात = हैसियत, सामर्थ्य), (कायनात = सृष्टि, जगत)

शायद आई है रुत चुनावों की
कल जो कूचे में वारदात हुई

क्या थी मुश्किल विसाल-ए-हक़ में 'सदा'
तुझ से बस रद न तेरी ज़ात हुई

(विसाल-ए-हक़ = मिलन का अधिकार), (रद = रद्द करना, वापस करना), (ज़ात = कुल, वंश, नस्ल, क़ौम)

-सदा अम्बालवी

राधिका चोपड़ा/ Radhika Chopda


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