Wednesday, October 29, 2014

देखा जो तीर खा के कमींगाह की तरफ़ 
अपने ही दोस्तों से मुलाक़ात हो गई 

-हफ़ीज़ जालंधरी

(कमींगाह = घात लगाने की जगह)

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