Saturday, January 9, 2016

अपनी तन्हाई भी कुछ कम ना थी मसरूफ़ 'वसीम'
इस.लिए छोड़ दिया अंजुमन आराई को
-वसीम बरेलवी

(अंजुमन आराई  = महफ़िल सजाना)

No comments:

Post a Comment