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Spiritual Science
Tuesday, June 21, 2016
हम ने काँटों को भी नरमी से छुआ है अक्सर
लोग बेदर्द हैं फूलों को मसल देते हैं
-बिस्मिल सईदी
1 comment:
सुनीता अग्रवाल "नेह"
June 22, 2016 at 3:58 PM
umda
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umda
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