जब रोशनी कम हो जाए तो
उम्मीद जगा देते हैं
जब सूरज डूबने लगता है
हम दिल जला लेते हैं
ज़िन्दगी रोशनी, ज़िन्दगी नूर भी है
मगर दिल जलाने का दस्तूर भी है
उम्मीद जगा देते हैं
जब सूरज डूबने लगता है
हम दिल जला लेते हैं
ज़िन्दगी रोशनी, ज़िन्दगी नूर भी है
मगर दिल जलाने का दस्तूर भी है
बहुत रात तक रोशनी करती है
अगर दिल में छोटी सी उम्मीद रख दो
उजालों से घर भर महकने लगेगा
हथेली पे रौशन कोई चीज़ रख दो
गले लगने वालों का दस्तूर भी है
ज़िन्दगी रोशनी, ज़िन्दगी नूर भी है
-गुलज़ार
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