Thursday, November 3, 2016

उस मरहले को मौत भी कहते हैं दोस्तों
इक पल में टूट जाए जहाँ उम्र भर का साथ
-शकेब जलाली

(मरहले = ठिकाने, मंज़िलें, पड़ाव)

No comments:

Post a Comment