mir-o-ghalib
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Spiritual Science
Monday, December 11, 2017
एक आँसू ने डुबोया मुझ को उन की बज़्म में
बूँद भर पानी से सारी आबरू पानी हुई
-शेख़ इब्राहीम ज़ौक़
(बज़्म = महफ़िल)
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