Wednesday, February 27, 2019

फिर बैठे बैठे वादा-ए-वस्ल उस ने कर लिया
फिर उठ खड़ा हुआ वही रोग इंतिज़ार का
-अमीर मीनाई

(वादा-ए-वस्ल = मिलन का वादा)

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