कुछ मर गए के उनको, पहुँचना न था कहीं
और कुछ कहीं पहुँचने की, जल्दी में मर गए
दौलत थी बे-पनाह प, ख़ाली थी दिल की जेब
कितने अमीर लोग, ग़रीबी में मर गए
-फ़रहत एहसास
(प = पर)
और कुछ कहीं पहुँचने की, जल्दी में मर गए
दौलत थी बे-पनाह प, ख़ाली थी दिल की जेब
कितने अमीर लोग, ग़रीबी में मर गए
-फ़रहत एहसास
(प = पर)
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