Friday, October 17, 2014

हम तौर-ए-इश्क़ से तो वाक़िफ़ नहीं हैं लेकिन
सीने में जैसे कोई, दिल को मला करे है
-मीर तक़ी मीर

तौर-ए-इश्क़ = प्यार का तरीक़ा, प्रेम की रीत
वाक़िफ़ = परिचित
मला = मसलना/ मालिश 

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