जब खुली आँखें तो इन आँखों को रोना आ गया
मैंने समझा वाकई मौसम सलोना आ गया
डर रहा हूँ बेनियाज़ी अब कहाँ ले जाएगी
चलते-फिरते भी मेरी आँखों को सोना आ गया
(बेनियाज़ी = स्वछंदता)
एक चुल्लू आब लेकर फिर रहा है इस तरह
जैसे गागर में उसे सागर समोना आ गया
(आब = पानी, जल)
देखकर अंजाम फूलों का मैं घबराया बहुत
खुशगुमानी थी कि धागों में पिरोना आ गया
क्यों शिकायत है भला दरिया की वुसअत से हमें
चंद कतरों ही से जब लब को भिगोना आ गया
(वुसअत = विस्तार)
तख़्त पर बैठा हुआ यों खेलता हूँ ताज से
जैसे इक बच्चे के हाथों में खिलौना आ गया
कोई भी 'आलम' लबे-दरिया अभी पहुँचा नहीं
नाख़ुदाओं को मगर कश्ती डुबोना आ गया
(लबे-दरिया = नदी का किनारा/ तट), (नाख़ुदाओं = नाविकों)
- आलम खुर्शीद
मैंने समझा वाकई मौसम सलोना आ गया
डर रहा हूँ बेनियाज़ी अब कहाँ ले जाएगी
चलते-फिरते भी मेरी आँखों को सोना आ गया
(बेनियाज़ी = स्वछंदता)
एक चुल्लू आब लेकर फिर रहा है इस तरह
जैसे गागर में उसे सागर समोना आ गया
(आब = पानी, जल)
देखकर अंजाम फूलों का मैं घबराया बहुत
खुशगुमानी थी कि धागों में पिरोना आ गया
क्यों शिकायत है भला दरिया की वुसअत से हमें
चंद कतरों ही से जब लब को भिगोना आ गया
(वुसअत = विस्तार)
तख़्त पर बैठा हुआ यों खेलता हूँ ताज से
जैसे इक बच्चे के हाथों में खिलौना आ गया
कोई भी 'आलम' लबे-दरिया अभी पहुँचा नहीं
नाख़ुदाओं को मगर कश्ती डुबोना आ गया
(लबे-दरिया = नदी का किनारा/ तट), (नाख़ुदाओं = नाविकों)
- आलम खुर्शीद
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