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Spiritual Science
Tuesday, March 28, 2017
अगर तुम्हारी अना ही का है सवाल तो फिर
चलो मैं हाथ बढ़ाता हूँ दोस्ती के लिए
-अहमद फ़राज़
(अना = अहम, अहंकार, आत्मसम्मान)
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