आ हिज्र का डर निकालते हैं
रस्ते से सफ़र निकालते हैं
(हिज्र = जुदाई),
पत्थरों में कहीं तो है वो सूरत
जो अहल-ए-हुनर निकालते हैं
(अहल-ए-हुनर = हुनरमंद, कलाकार)
-अंजुम ख़याली
रस्ते से सफ़र निकालते हैं
(हिज्र = जुदाई),
पत्थरों में कहीं तो है वो सूरत
जो अहल-ए-हुनर निकालते हैं
(अहल-ए-हुनर = हुनरमंद, कलाकार)
-अंजुम ख़याली