Showing posts with label -शायर: जौहर फारुखाबादी. Show all posts
Showing posts with label -शायर: जौहर फारुखाबादी. Show all posts

Friday, October 12, 2012

भांप ही लेंगे इशारा सर-ऐ-महफ़िल जो किया,
ताड़ने वाले क़यामत की नज़र रखते हैं.
-जौहर फारुखाबादी