नैरंगी-ए-सियासत-ए-दौराँ तो देखिये,
मंजिल उन्हें मिली जो शरीक-ए-सफ़र न था
-मोहसिन भोपाली
1. नैरंगी: धोखाधड़ी, फरेब
2. सियासत-ए-दौराँ: राजनीति का समय काल
3. शरीक-ए-सफ़र = यात्रा में शामिल
मंजिल उन्हें मिली जो शरीक-ए-सफ़र न था
-मोहसिन भोपाली
1. नैरंगी: धोखाधड़ी, फरेब
2. सियासत-ए-दौराँ: राजनीति का समय काल
3. शरीक-ए-सफ़र = यात्रा में शामिल