Showing posts with label -शायर: अबुल मुजाहिद ज़ाहिद. Show all posts
Showing posts with label -शायर: अबुल मुजाहिद ज़ाहिद. Show all posts

Thursday, April 25, 2019

एक हो जाएँ तो बन सकते हैं ख़ुर्शीद-ए-मुबीं
वर्ना इन बिखरे हुए तारों से क्या काम बने
-अबुल मुजाहिद ज़ाहिद

(ख़ुर्शीद-ए-मुबीं = चमकता हुआ/ ज्योतिर्मय सूरज)