एक हो जाएँ तो बन सकते हैं ख़ुर्शीद-ए-मुबीं
वर्ना इन बिखरे हुए तारों से क्या काम बने
-अबुल मुजाहिद ज़ाहिद
(ख़ुर्शीद-ए-मुबीं = चमकता हुआ/ ज्योतिर्मय सूरज)
वर्ना इन बिखरे हुए तारों से क्या काम बने
-अबुल मुजाहिद ज़ाहिद
(ख़ुर्शीद-ए-मुबीं = चमकता हुआ/ ज्योतिर्मय सूरज)
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