mir-o-ghalib
जगजीत-चित्रा जी की ग़ज़लों और नज़्मों के लिए यहाँ क्लिक करें
मीर तक़ी मीर और मिर्ज़ा ग़ालिब के चाहने वाले ये ब्लॉग भी देखें: मीर-ओ-ग़ालिब
Spiritual Science
Showing posts with label
-शायर: ओवैद आज़म आज़मी
.
Show all posts
Showing posts with label
-शायर: ओवैद आज़म आज़मी
.
Show all posts
Thursday, November 13, 2014
इक चाँद फ़लक पर है, इक बाम पे निकला है
दिल इक में बसा जाए, इक दिल में बसा जाए
-ओवैद आज़म आज़मी
(फ़लक = आसमान),
(बाम = छत)
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)