न रस्मो राह का चर्चा, न हुस्ने यार की बातें
यहाँ जिस से मिलो करता है कारोबार की बातें
इसी के साये में हमने कई सदियाँ गुज़ारी हैं
हमारे सामने मत कीजिये तलवार की बातें
मेरे मालिक मेरी माँ की दुआ की लाज रख लेना
मेरे आँगन में अब होने लगीं दीवार की बातें
-आरिफ़ "मीर"
यहाँ जिस से मिलो करता है कारोबार की बातें
इसी के साये में हमने कई सदियाँ गुज़ारी हैं
हमारे सामने मत कीजिये तलवार की बातें
मेरे मालिक मेरी माँ की दुआ की लाज रख लेना
मेरे आँगन में अब होने लगीं दीवार की बातें
-आरिफ़ "मीर"