mir-o-ghalib
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Spiritual Science
Wednesday, September 26, 2012
मस्जिद के ज़ेरे-साया इक घर बना लिया है,
ये बंदा-ए-कमीना हमसाया-ए-ख़ुदा है.
-ग़ालिब
(
ज़ेरे
-
साया
=
छत्रछाया
में
,
बंदा
-
ए
-
कमीना
=
अधम
व्यक्ति
)
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