हम तालिबे शोहरत हैं हमें नंग से क्या काम,
बदनाम अगर होंगे तो क्या नाम न होगा ।
-नवाब मुहम्मद मुस्तफ़ा खां शेफ़्ता
[(तालिबे शोहरत = प्रसिद्धि/ ख्याति ढूँढने वाला), (नंग = प्रतिष्ठा, सम्मान)]
बदनाम अगर होंगे तो क्या नाम न होगा ।
-नवाब मुहम्मद मुस्तफ़ा खां शेफ़्ता
[(तालिबे शोहरत = प्रसिद्धि/ ख्याति ढूँढने वाला), (नंग = प्रतिष्ठा, सम्मान)]
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