जिस तरफ डालो नज़र सैलाब का संत्रास है
बाढ़ में डूबे शजर हैं नीलगूँ आकाश है
आम चर्चा है बशर ने दी है कुदरत को शिकस्त
कूवते इंसानियत का राज़ इस जा फाश है.
-अदम गोंडवी
बाढ़ में डूबे शजर हैं नीलगूँ आकाश है
आम चर्चा है बशर ने दी है कुदरत को शिकस्त
कूवते इंसानियत का राज़ इस जा फाश है.
-अदम गोंडवी
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