बादल नहीं छाए हैं की बरसात नहीं है
तुम आना ना चाहो तो कोई बात नहीं है
ले दे के इस दिल से ही था मिलना मिलाना
इक अरसे से उस से भी मुलाक़ात नहीं है
महसूस ये होता है जुदाई के दिनों में
तुम साथ नहीं हो तो कोई साथ नहीं है
कब कोई नहीं मेरा कभी कहता था सबसे
दिन मेरा नहीं है कि मेरी रात नहीं है
-नामालूम
तुम आना ना चाहो तो कोई बात नहीं है
ले दे के इस दिल से ही था मिलना मिलाना
इक अरसे से उस से भी मुलाक़ात नहीं है
महसूस ये होता है जुदाई के दिनों में
तुम साथ नहीं हो तो कोई साथ नहीं है
कब कोई नहीं मेरा कभी कहता था सबसे
दिन मेरा नहीं है कि मेरी रात नहीं है
-नामालूम
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