ज़िन्दगी क्या है, अनासिर में ज़हूर-ए-तरतीब
मौत क्या है, इन्ही अजज़ा का परीशां होना
-बृज नारायण चकबस्त
(अनासिर = पंचभूत, पाँच तत्व - अग्नि, जल, वायु, धरती और आकाश), (ज़हूर-ए-तरतीब = ठीक से गुज़ारने का तरीक़ा, प्रकट होने का सिलसिला/ क्रम ), (अजज़ा = भाग, टुकड़े), (परीशां होना = बिखर जाना)
मौत क्या है, इन्ही अजज़ा का परीशां होना
-बृज नारायण चकबस्त
(अनासिर = पंचभूत, पाँच तत्व - अग्नि, जल, वायु, धरती और आकाश), (ज़हूर-ए-तरतीब = ठीक से गुज़ारने का तरीक़ा, प्रकट होने का सिलसिला/ क्रम ), (अजज़ा = भाग, टुकड़े), (परीशां होना = बिखर जाना)
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