Saturday, December 29, 2018

ये न पूछो कि वाक़िआ क्या है

ये न पूछो कि वाक़िआ क्या है
किस की नज़रों का ज़ाविया क्या है

(वाक़िआ = घटना, हादसा, वृत्तांत, हाल, समाचार, ख़बर), (ज़ाविया = कोण, Angle), (नज़रों का ज़ाविया = दृष्टिकोण)

सब हैं मसरूफ़ कौन बतलाए
आदमी का अता-पता क्या

(मसरूफ़ = काम में लगा हुआ, संलग्न, Busy)

चलता जाता है कारवान-ए-हयात
इब्तिदा क्या है इंतिहा क्या है

(कारवान-ए-हयात = जीवन का कारवाँ), (इब्तिदा = आरम्भ, प्रारम्भ), (इंतिहा  = अंत)

जो किताबों में है वो सब का है
तू बता तेरा तजरबा क्या है

कौन रुख़्सत हुआ ख़ुदाई से
हर तरफ़ ये ख़ुदा ख़ुदा क्या है

-निदा फ़ाज़ली

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