ये न पूछो कि वाक़िआ क्या है
किस की नज़रों का ज़ाविया क्या है
(वाक़िआ = घटना, हादसा, वृत्तांत, हाल, समाचार, ख़बर), (ज़ाविया = कोण, Angle), (नज़रों का ज़ाविया = दृष्टिकोण)
सब हैं मसरूफ़ कौन बतलाए
आदमी का अता-पता क्या
(मसरूफ़ = काम में लगा हुआ, संलग्न, Busy)
चलता जाता है कारवान-ए-हयात
इब्तिदा क्या है इंतिहा क्या है
(कारवान-ए-हयात = जीवन का कारवाँ), (इब्तिदा = आरम्भ, प्रारम्भ), (इंतिहा = अंत)
जो किताबों में है वो सब का है
तू बता तेरा तजरबा क्या है
कौन रुख़्सत हुआ ख़ुदाई से
हर तरफ़ ये ख़ुदा ख़ुदा क्या है
-निदा फ़ाज़ली
किस की नज़रों का ज़ाविया क्या है
(वाक़िआ = घटना, हादसा, वृत्तांत, हाल, समाचार, ख़बर), (ज़ाविया = कोण, Angle), (नज़रों का ज़ाविया = दृष्टिकोण)
सब हैं मसरूफ़ कौन बतलाए
आदमी का अता-पता क्या
(मसरूफ़ = काम में लगा हुआ, संलग्न, Busy)
चलता जाता है कारवान-ए-हयात
इब्तिदा क्या है इंतिहा क्या है
(कारवान-ए-हयात = जीवन का कारवाँ), (इब्तिदा = आरम्भ, प्रारम्भ), (इंतिहा = अंत)
जो किताबों में है वो सब का है
तू बता तेरा तजरबा क्या है
कौन रुख़्सत हुआ ख़ुदाई से
हर तरफ़ ये ख़ुदा ख़ुदा क्या है
-निदा फ़ाज़ली
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