mir-o-ghalib
जगजीत-चित्रा जी की ग़ज़लों और नज़्मों के लिए यहाँ क्लिक करें
मीर तक़ी मीर और मिर्ज़ा ग़ालिब के चाहने वाले ये ब्लॉग भी देखें: मीर-ओ-ग़ालिब
Spiritual Science
Showing posts with label
पल
.
Show all posts
Showing posts with label
पल
.
Show all posts
Thursday, November 3, 2016
उस मरहले को मौत भी कहते हैं दोस्तों
इक पल में टूट जाए जहाँ उम्र भर का साथ
-शकेब जलाली
(मरहले = ठिकाने, मंज़िलें, पड़ाव)
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)