mir-o-ghalib
जगजीत-चित्रा जी की ग़ज़लों और नज़्मों के लिए यहाँ क्लिक करें
मीर तक़ी मीर और मिर्ज़ा ग़ालिब के चाहने वाले ये ब्लॉग भी देखें: मीर-ओ-ग़ालिब
Spiritual Science
Wednesday, January 23, 2013
ख़्वाहिशें दिल का साथ छोड़ गईं,
ये अज़ीयत बड़ी अज़ीयत है।
-जॉन एलिया
(अज़ीयत = किसी को पहुंचाई जाने वाली पीड़ा, अत्याचार)
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment