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Spiritual Science
Monday, September 16, 2013
वाक़िफ़ न याँ किसी से हम हैं न कोई हमसे
यानी कि आ गए हैं, बहके हुए अदम से
-ख़्वाजा मीर 'दर्द'
(अदम = परलोक)
1 comment:
Anonymous
September 20, 2013 at 6:24 PM
यहाँ तो हम खुद से वाकिफ नहीं है कोई और हमसे क्या ख़ाक वाकिफ होगा।
sp
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यहाँ तो हम खुद से वाकिफ नहीं है कोई और हमसे क्या ख़ाक वाकिफ होगा।
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