Tuesday, January 22, 2019

अहल-दैर-ओ-हरम रह गए

अहल-दैर-ओ-हरम रह गए
तेरे दीवाने कम रह गए

(अहल-दैर-ओ-हरम  = मंदिर और मस्जिद वाले लोग)

मिट गए मंज़िलों के निशाँ
सिर्फ़ नक़्श-ए-क़दम रह गए

(नक़्श-ए-क़दम = पैरों के निशान, पदचिन्ह)

हम ने हर शय सँवारी मगर
उन की ज़ुल्फ़ों के ख़म रह गए

बे-तकल्लुफ़ वो औरों से हैं
नाज़ उठाने को हम रह गए

रिंद जन्नत में जा भी चुके
वाइ'ज़-ए-मोहतरम रह गए

(रिंद = शराबी), (वाइज़ = धर्मोपदेशक)

देख कर तेरी तस्वीर को
आइना बन के हम रह गए

ऐ 'फ़ना' तेरी तक़दीर में
सारी दुनिया के ग़म रह गए

-फ़ना निज़ामी कानपुरी

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