फ़क़त माल-ओ-ज़र-ए-दीवार-ओ-दर अच्छा नहीं लगता
जहाँ बच्चे नहीं होते वो घर अच्छा नहीं लगता
-अब्बास ताबिश
(माल-ओ-ज़र-ए-दीवार-ओ-दर = धन-दौलत की दीवारें और दरवाज़ा)
जहाँ बच्चे नहीं होते वो घर अच्छा नहीं लगता
-अब्बास ताबिश
(माल-ओ-ज़र-ए-दीवार-ओ-दर = धन-दौलत की दीवारें और दरवाज़ा)
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