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Spiritual Science
Friday, August 30, 2019
एक लम्हे में बिखर जाता है ताना-बाना
और फिर उम्र गुज़र जाती है यकजाई में
-अहमद मुश्ताक़
(यकजाई = मिलन, एकता, संयोजन)
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