हर रोज़ नया क़ौल, नया अहद, नई बात
इस भीड़ में गुम हो गये इक़रार पुराने
-राजेन्द्र नाथ 'रहबर'
[(क़ौल = कथन, उक्ति, वचन); (अहद = प्रतिज्ञा, करार); (इक़रार = प्रतिज्ञा, वचन, वादा)]
इस भीड़ में गुम हो गये इक़रार पुराने
-राजेन्द्र नाथ 'रहबर'
[(क़ौल = कथन, उक्ति, वचन); (अहद = प्रतिज्ञा, करार); (इक़रार = प्रतिज्ञा, वचन, वादा)]
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